पशु स्वास्थ्य केंद्र में डॉ के अलावा कोई स्थाई कर्मचारी नहीं
दो किस्तों में पहुंची टीकाकरण वैक्सीन
आधा दर्जन गांव में सर्वे के अंतर्गत मिली बीमारी
उज्जैन उन्हेल लिपि स्क्रीन नाम की बीमारी इन दिनों जानवरों में फैल रही है वह जानवरों के लिए जान का खतरा बन गई है प्रशासन ने इस बीमारी से लड़ने के लिए पशु चिकित्सा विभाग को मैदान में तो उतारा है पर खाली पड़े विभाग में मात्र गो सेवक ही संजीवनी बनकर मैदान में डटे हुए हैं पशु चिकित्सा विभाग उन्हेल के केंद्र की बात करें तो यहां पर केंद्र में मात्र एक डॉ ज्योत्सना शर्मा के अलावा कोई भी कर्मचारी इस केंद्र पर नहीं है क्योंकि यहां के सभी पद रिक्त है और इस बीमारी से लड़ने के लिए अकेली डॉक्टर उन्हेल केंद्र के लगभग 25 गांव और 11 पंचायत मैं काम करने के लिए 10 गो सेवक पंजीकृत रिकॉर्डेड है उन्हीं के भरोसे इस बीमारी से लड़ने के लिए पशु चिकित्सा विभाग लगा हुआ है पर चौका देने वाली जानकारी तो यह है कि 10 गो सेवक पंजीकृत में से मात्र 4 गो सेवक ही मैदान में काम करते नजर आ रहे हैं 25 गांव 11 पंचायत में भैंसों को छोड़कर लगभग 15000 जानवर है जिसमें उन्हेल में ही 4000 जानवर मौजूद जिसमें विभाग से आ रही खबरों पर यकीन किया जाए तो यहां पर जिला मुख्यालय से इस महामारी को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है जिसमें 2700 एम एल वैक्सीन मिली है जिनका टीकाकरण गो सेवक के सहयोग से किया जा चुका है तथा 1000 एम एल वैक्सीन गुरुवार को वैक्सीन खत्म होने पर दी गई है जिस पर काम शुक्रवार को होगा और अभी भी पशु चिकित्सा विभाग उन्हेल केंद्र को टीकाकरण अभियान और किसानों को संतुष्ट करने के लिए लगभग 5000 एम एल वैक्सीन की रिक्वायरमेंट बहुत ही जरूरी है जबकि खोज खोज कर टीकाकरण वैक्सीन का काम किया जाए तो उन्हेल पशु चिकित्सा केंद्र परलगभग15000 एम एल वैक्सीन होना जरूरी है पर वैक्सीन के संकट के चलते किस्तों में वैक्सीन दी जा रही है विभाग में कर्मचारियों के संकट के चलते प्रभारी चिकित्सक को लक्ष्य के पीछे पहुंचने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है उसके बावजूद भी विभाग गो सेवक पंजीकृत कर्मचारियों के भरोसे आगे बढ़ रहा है
यह गो सेवक अभियान का हिस्सा
इस बीमारी से लड़ने के लिए डॉ ज्योत्सना शर्मा के साथ पंजीकृत गो सेवक कमल ढोढरिया,धर्मपाल परिहार, राहुल कपासिया, विशाल परमार ही टीकाकरण अभियान में मैदान में डटे हुए हैं।अन्य छ पंजीकृत गौसेवक को लेकर डॉक्टर ज्योत्सना शर्मा ने बताया कि अन्य को टीकाकरण अभियान में लगने के लिए नोटिस जारी किए हैं उसमें शहजाद अली,गोवर्धन परमार,प्रेमनारायण, धनश्याम पाँचाल, विजय प्रजापत को नोटिस भेज दिए गए हैं ये लोग टीकाकरण अभियान में विभाग के साथ लक्ष्य प्राप्ति मे नहीं लगते हैं तो इनकी रिपोर्ट विकासखंड के साथ जिला मुख्यालय को प्रेषित कर दी जाएगी।
इन गांव में दिखा बीमारी का असर
लंपी स्क्रीन बीमारी को लेकर पशु चिकित्सा विभाग द्वारा जो सर्वे कराया गया है उसमें उन्हैल,पासलोद,पिपल्याडाबी,गुरला,बेडावन,सरवना गाँव में इस बिमारी का प्रकोप देखा गया है इन गाँवो मे टीकाकरण निरतंर गति से किया जा रहा है।शेष गाँवो मे वैक्सीन मिलने पर यह अभियान निरतंर जारी रहेगा।
पशु चिकित्सा विभाग को वैक्सीन मेडिसिन उपलब्ध कराई जा रही है और पशु चिकित्सा विभाग से जुड़े पंजीकृत गो सेवक टीकाकरण अभियान में जो गैर हाजिर मिलेंगे और रिपोर्ट आएगी तो उन गौ सेवकों का पंजीयन तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाएगा