चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने शनिवार को काटजू चिकित्सालय से 5 वैक्सीनेशन वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही चिकित्सालय में स्क्रीनिंग और ओरियंटेशन प्रोग्राम की शुरुआत की।

मंत्री श्री सारंग ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार लगातार नवाचार कर रही है। केयर संस्था और इण्डसइंड बैंक के सहयोग से 5 वैक्सीनेशन वेन की शुरुआत भोपाल में की गई। यह वेन 50 से अधिक हितग्राही को एक स्थान पर वैक्सीन लगाकर दूसरे स्थान के लिए आगे बढ़ेगी। भोपाल के साथ इस तरह की वेन बड़वानी, विदिशा और ग्वालियर में भी शुरू की गई है।

मंत्री श्री सारंग ने बताया कि काटजू अस्पताल में वैक्सीनेशन सेंटर पर स्क्रीनिंग और ओरियंटेशन प्रोग्राम की शुरुआत भी की गई है। इसमें वैक्सीन लगवाने के बाद आधा घंटा रेस्ट टाइम का उपयोग कर लोगों का ओरियंटेशन किया जाएगा। वैक्सीन लगवाने वाले हितग्राही को ब्लड प्रेशर, शुगर और बीएमआई की जाँच के साथ ही महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर और ओरल कैंसर की जाँच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इस ओरियंटेशन प्रोग्राम से बीमारियों की रोकथाम की जानकारी मिलेगी। यहाँ मरीजों को नियमित दिनचर्या अपनाकर किस प्रकार रोगों से दूर रहा जा सकता है, इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए हेल्थ फेसिलिटेशन कार्ड और स्वस्थ जीवन का उपयोगी संदेश उपलब्ध करवाया जा रहा है। केयर इंडिया संस्था अगस्त 2021 से कोविड टीकाकरण में मध्यप्रदेश सरकार को प्रदेश के 9 जिलों में सहयोग दे रही है। इस गतिविधि में अभी तक संस्था द्वारा संचालित 7 केंद्रों और 43 टीकाकरण वेन द्वारा चार लाख से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। टीकाकरण के बाद सभी हितग्राहियों को केंद्र पर 30 मिनट बैठाया जाता है, जिससे कोई भी जटिलता होने पर तुरंत उपचार हो सके।

श्री सारंग ने कहा कि वर्तमान में हमारी व्यस्त जीवन शैली की वजह से कई ग़ैरसंचारी रोग उच्च रक्तचाप, मधुमेह, दिल की बीमारी और कैंसर इत्यादि हो रहे हैं। कम उम्र के व्यक्ति भी इन रोगों का शिकार हो रहे हैं। इनसे बचाव के लिए जल्द और समय पर जाँच करवाना आवश्यक है।

बैंक के सहयोग और ज़िला प्रशासन के समन्वय से नवाचार की शुरुआत की गई है, इसमें 30 वर्ष से अधिक आयु के महिला-पुरुष जब टीकाकरण के बाद केंद्र में 30 मिनट के लिए रेस्ट करते हैं, तो इस समय का सदुपयोग करते हुए उनके स्वास्थ्य की निःशुल्क प्रारंभिक जाँच की जाती है। भोपाल जिले में 5 मोबाइल वैक्सीन वेन के माध्यम यह गतिविधि ग्रामीण क्षेत्रों में भी संचालित हो रहीं हैं।

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