उज्जैन 05 फरवरी। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज सिंहस्थ मेला कार्यालय में जिले के सभी विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं सुपरवाइजर्स की बैठक लेकर निर्देश दिये कि जिले की सभी गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन अनमोल पोर्टल पर किया जाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की जानकारी के लिये आंगनवाउ़ी कार्यकर्ता एवं एएनएम के बीच समन्वय होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब तक शत-प्रतिशत गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन नहीं होता, तब तक प्रसव पूर्व होने वाली समस्याओं का निदान एवं खून की कमी से जूझ रही महिलाओं का उपचार नहीं किया जा सकता। कलेक्टर ने कहा कि सिस्टेमेटिक तरीके से काम करके प्रसव के दौरान होने वाली मृत्यु हो रोका जा सकता है। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय शर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.केसी परमार, डॉ.रौनक एल्ची सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

बैठक में अनमोल पोर्टल के माध्यम से मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिये कि विकास खण्ड वार गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन अपेक्षाकृत कम हो रहा है। इसे और बढ़ाया जाये। चिन्हांकन के पश्चात एएनसी में पंजीयन तुरन्त किया जाये। गर्भवती माताओं के पंजीयन में यदि एएनएम सही तरीके से कार्य नहीं कर रही हैं, तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देशित किया है कि ग्रामीण क्षेत्र में एएनएम एवं सुपरवाइजर्स को तकनीकी इंस्ट्रूमेंट एवं अन्य सहायता तुरनत उपलब्ध कराई जाये। कलेक्टर ने कहा है कि ब्लॉक स्तर पर सुपरवाइजर एवं एएनएम कार्यकर्ताओं को अनमोल साफ्टवेयर ऑपरेटर करने की ट्रेनिंग करवाई जाये। साथ ही एनिमिया से ग्रस्त गर्भवती माताओं की जांच उचित तरीके से की जाये।

कलेक्टर ने सुपरवाइजर्स, विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी को अपने-अपने क्षेत्रों की एएनएम की मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिये। ऐसी गर्भवती महिलाएं जो सीवियर एनिमिया और हाई ब्लडप्रेशर से ग्रस्त हैं, उनकी सतत मॉनीटरिंग की जाये। उनका समय-समय पर चेकअप कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। हितग्राही से बिना पूछे डिलेवरी अपडेशन का कार्य न किया जाये। एएनसी पंजीयन जिले में शत-प्रतिशत किया जाये।

 

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