उज्जैन ।केडी गेट से लेकर इमली तिराहे तक तक नगर निगम द्वारा किए जा रहे मास्टर प्लान के अनुसार चौड़ीकरण कार्य के अंतर्गत लगभग 90 प्रतिशत से अधिक मकानों को नगर निगम के ठेकेदार व खुद मकान स्वामी द्वारा हटाया जा चुका है ।ऐसे मे शीघ्र ही चार सेक्टरों में से तीन सेक्टरों में विद्युत पोल एवं नाली बनाए जाने के कार्य को किया जा सकता है। इस संबंध में अधिकारियों द्वारा ठेकेदार से मिलकर शीघ्र कार्य प्रारंभ किया जाए।
यह निर्देश लोक निर्माण एवं उद्यान विभाग के प्रभारी श्री शिवेंद्र तिवारी ने एमआईसी सदस्य श्री जितेंद्र कुवाल पार्षद श्री गजेंद्र हिरवे अधीक्षण यंत्री श्री जी एल कंठील सहित अन्य अधिकारियों के साथ केडी गेट से लेकर इमली चौराहे तक हो रहे चौड़ीकरण कार्य का निरीक्षण करने के उपरांत दिए। श्री तिवारी ने ठेकेदार व संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जहां जहां पर अभी मकानों का मलबा पड़ा हुआ है उसे शीघ्र ही हटाया जाए ।साथ ही स्थानीय लोगों द्वारा नालियों कि सफाई नहीं होने व पानी के सडक पर बहनें व पीएचई की क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों से लगातार पानी बहने की शिकायत करने पर अधीक्षण यंत्री श्री कंठील ने पीएचई एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इन समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाए।
निरीक्षण के दौरान चौड़ीकरण कार्य को चार सेक्टरों में बाटे जाने के उपरांत यह जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई कि तीन सेक्टरों में बिजली के पोल लगाने के साथ ही नालियों के काम को भी किया जा सकता है ।जिस पर लोक निर्माण समिति प्रभारी श्री तिवारी ने अधिकारियों व ठेकेदार के इंजीनियर को निर्देश दिए कि नाली निर्माण के पूर्व लेवल लिया जाए तथा सक्षम अधिकारियों की अनुमति के उपरांत यहां पर विद्युत पोल लगाने के साथ ही नाली व नालों का निर्माण भी किया जाए। निरीक्षण के दौरान स्थानीय रहवासियों द्वारा यह बताया गया कि कई स्थानों पर तुडाई के दौरान मलबे मे पाइपलाइन जमीन में दब गई है जिस वजह से पानी की समस्या आ रही है। इससे तिवारी ने अधीक्षण यंत्री श्री कठील को निर्देश देते हुए कहा कि पीएचई के अधिकारियों से समन्वय बनाते हुए स्थानीय लोगों के पेयजल की व्यवस्था को दुरुस्त करवाने की कार्रवाई शीघ्र करें ।निरीक्षण के दौरान एमआईसी सदस्य श्री जितेंद्र कुवाल,पार्षद श्री गजेंद्र हिरवे अधीक्षण यंत्री श्री जी के कठिल, सहायक मंत्री श्री मनोज राजवानी, श्री साहिल मैदावाला, उपयंत्री सुश्री सौम्या चतुर्वेदी, श्री मोहित मिश्रा सहित ठेकेदार के कर्मचारी व निगम के अधिकारी भी मौजूद थे।