छलक रहे जाम सयाजी में सरेआम छवि बचाने की मजबूरी, ठगोरे-आजम से अहिंसक समाजजनों ने बनाई दूरी
जल्द उजागर होंगे ढंग अश्विन के सरपरस्त सफेदपोश चेहरे
देर अंधेरी रात में मियां भाई …….. साथ में
उज्जैन अवंतिका के युवराज जैन समाज को अहिंसक समाज के रूप में समूचे विश्व में पहचाना जाता है। देश की अर्थव्यवस्था की महत्वपूर्ण धुरि जैन समुदाय देश के अर्थतंत्र की संजीवनी है व इस समुदाय को आम तौर पर स्वच्छ श्रेणी का ही माना जाता है और यह सत्य भी है।
लेकिन ठग 420 अश्विन कासलीवाल के विरूद्ध पराग धनगर द्वारा धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होने के पश्चात से अहिंसक समाजजनों ने अपनी व अपने स्वच्छ समाज की छवि को बनाये रखने हेतु ठगोरे-आजम अश्विन से दूरी बना ली है। अश्विन के आंतरिक सामाजिक बहिष्कार को लेकर समाज में चर्चाओं का बाजार गर्म है। शायद इसी कारण समाज से बेआबरू होकर रूखसत किये गये अश्विन को समाज से बहिष्कृत होने के बाद लायन्स क्लब का दामन थामना पड़ा है। आखिर अश्विन को किसका संरक्षण है कि मामूली-सा जीवन जीने वाला अश्विन करोडों की प्रापर्टी का मालिक बन बैठा है अवंतिका के युवराज इसकी तह में जाने के लिये पूरी तैयारी कर चुका है।
छलक रहे जाम, सयाजी में सरेआम
अंधेरी रात में………. मियां भाई……… साथ में………
आम तौर पर एक मध्यमवर्गीय परिवार के सदस्य भी यदा-कदा ही वर्षगांठ, जन्मदिन आदि हर्ष के अवसरों पर शहर के होटलों में जाते है। परन्तु बिना किसी दस्तावेज के कब्जे की सरकारी जमीन पर बिना अनुमति का मकान बनाकर अवैध रूप से एक बेहद मामूली से मकान में रह रहे कथित कलमकार के संरक्षण में और इसके साथ आये दिन सयाजी में जाम छलकाने वाले ठग 420 और इसके गुर्गों, एजेंटों द्वारा गरीबों से उनकी गाढ़ी कमाई लूटकर उससे ऐश की जाती है वरना आम आदमी की इतनी बिसात नहीं कि वह सप्ताह में 4-5 दिन सयाजी में ऐश कर सके।
ईडी, रॉ, सीबीआई और आईबी के खड़े हुए कान
अश्विन कासलीवाल के सरपरस्त कट्टरवादी एजेंट और इस कब्जे के अवैध मकान में रहने वाले कट्टरवादी एजेंट की सम्पत्ति और मोबाइल कॉल डिटेल की जांच कराये जाने पर शायद इंटेलिजेंस ब्यूरो, रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) और सीबीआई, ईडी के भी कान खड़े हो सकते हैं और प्राप्त जानकारी अनुसार पीड़ितों द्वारा इस कट्टरवादी की जानकारी देकर आशंका जाहिर किये जाने से ईडी. रॉ, सीबीआई और आईबी तक के कान खड़े हो गए है लेकिन मैदानी तौर पर कब इस पर लगाम कसेगी, यह तो वक्त ही बतायेगा।
अवंतिका के युवराज की कलम लगातार मिल रही धमकियों से डरे बिना निर्भीक होकर सतत रूप से लेखनशील होकर सच्चाईयां उजागर कर रही है। जल्द ही अवंतिका के युवराज द्वारा ठग अश्विन कासलीवाल के सरपरस्त
सफेदपोश चेहरों को भी उजागर किया जायेगा………..
तो इंतजार कीजिये………अंधेरी रात……..मियां भाई के साथ……..