बकरे की अम्मा कब तक खैर मनायेगी, एफआईआर जल्द हो जायेगी
मेरे जीवित रहने तक कलम भी जीवित रहेगी सुने खुजलीवाल एंड गुर्गा कंपनी
उज्जैन अवंतिका के युवराज भू माफिया खुजलीवाल के कारनामों की फेहरिस्त में “एक बड़ी धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस थाना चिमनगंज मंडी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को होने के बाद से खुजलीवाल की खुजली बहुत बढ़ गई है। लेकिन सूत्रों की माने तो ही भू माफिया खुजलीवाल की जेल जाने की खुजाल बहुत जल्दी मिटने वाली है। पराग नामक पीड़ित द्वारा की गई शिकायत आखिर कई माह बाद पुलिस थाना चिमनगंज से खुजलीवाल के संरक्षक के जाते ही अब एफआईआर में बदलती दिखाई दे रही है।
बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएंगी, एफआईआर जल्द हो जायेगी माह फरवरी 2023 के आरंभ होते ही पराग द्वारा की गई शिकायत को येन-केन प्रकारेण जिम्मेदार कायमी करने की बजाय समझौते के माध्यम से दबाने का प्रयासरत थे यही कारण रहा कि कई माह से पराग चक्कर लगा लगाकर थकता रहा और खुजलीवाल बचता रहा। लेकिन बकरे की अम्मा आखिर कब तक खैर मनायेगी, पराग की शिकायतों की उज्जैन से भोपाल तक गूंज उठी है लगता अब एफआईआर जल्द हो जायेगी और खुजलीवाल को जेल की चहारदीवारी अंदर से नजर जायेगी।
नहीं चला कलम को दबाने, कलमकार की हत्या का पैंतरा
मेरी कलम को दबाने हेतु दिये गये प्रलोभन को अस्वीकार करने से बौखलाकर खुजवालील ने नोटिस भेजकर जबरन दबाव बनाने की कोशिश भी की, यहां तक कि मेरी रेकी करवाकर हत्या का प्रयास भी किया। लेकिन नोटिस और हत्या के प्रयास के खुजलीवाल के सारे पैंतरे नाकामयाब हुए है और बहुत जल्द पुलिस नीलगंगा इस खुजलीवाल की हत्या की साजिश की खुजाल भी मिटा सकती है।
खुजलीवाल एंड गुर्गा कंपनी सुन ले, कल तक जो नौनिहाल मेरे साये में मुझसे मांगकर जीते थे आज वे चंद रुपयों के लालच में खुजलीवाल की खुजाल मिटाने में लगे हुए हैं। लेकिन मैं जब जीवित हूं, मेरी अंतिम श्वांस तक मेरी कलम जीवित रहेगी और ऐसे खुजलीवालों को बेनकाब करती रहेगी। साच को आंच क्या?