उज्जैन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार की उपेक्षा के शिकार प्रदेश के 51953 जन स्वास्थ्य रक्षक 14 मार्च को भोपाल में विधानसभा पर धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। इसके पहले संगठन ने प्रदेश भर में भाजपा के विधायकों व सांसदों को आखरी बार मांग पत्र सौंपने का चरणबद्ध कार्यक्रम तय किया है।
1- 4 मार्च को भाजपा के विधायकों व मंत्रियों को ज्ञापन पत्र सौंपकर उनसे जन-स्वास्थ्य रक्षकों की मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री व स्वास्थ्य आयुक्त के नाम पत्र लिखने का अनुरोध किया जायेगा।
2- 7 मार्च को प्रदेश के लोकसभा सांसदों व राज्यसभा सांसदों को मांग-पत्र सौंपकर जन स्वास्थ्य रक्षकों की मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री व स्वास्थ्य आयुक्त के नाम पत्र लिखने का अनुरोध किया जायेगा। 14 मार्च को विधानसभा पर प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जावेगा।
जन स्वास्थ्य रक्षकों की प्रमुख मांगें
1. 4 मार्च 2008 को जन स्वास्थ्य रक्षकों की मांगों के संबंध में आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं की अध्यक्षता में गठित समिति की बैठक शीघ्र आयोजित की जाये। 2. आंगनवाड़ी सह ग्राम आरोग्य केन्द्रों पर जन स्वास्थ्य रक्षकों की स्वास्थ्य मित्र के रूप में सेवा ली जाये।
3. जन स्वास्थ्य रक्षको के लिये जारी किये गये लागू किया जाये। आपदेशों को धरातल पर
4. शासकीय नौकरी के भर्ती नियमों के अनुसार मध्यप्रदेश सरकार से प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात् परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सभी जन स्वास्थ्य रक्षकों को पंचायत कर्मियों व शिक्षाकर्मियों की भांति स्वास्थ्य विभाग में प्रथम पंक्ति में जोड़कर सेवा का अवसर दिया जाये।