आठ दिन में जमीन की दो रजिस्ट्री कर नामांतरण के लिये दिया आवेदन

उज्जैन- खाचरोद/ 200 साल के लगभग अपनी चार पीढ़ियों से 8 .20 हेक्टयर जमीन पर खेती करते आ रहे किसान परिवार की जमीन को फर्जी वसीयतनामा ओर फर्जी रजिस्ट्री कर जमीन को हथियाने का मामला सामने आया है। एक ही जमीन को 8 दिनों में बालकृष्ण बैरागी ओर मोतीसिंह सेखवात द्वारा फर्जी रजिस्ट्री कर ख़रीदा गया है। ओर जिसका नामांतरण करने के लिये दोनों ने अलग अलग आवेदन खाचरोद तहसील में कर दिया है।

प्रकरण इस प्रकार हैं की कृषि भूमि सर्वे नंबर 672,673,674,676 ओर 948 का कुल रकबा 8.20 हेक्टयर जो कि ग्राम दुपडाबदा तहसील खाचरोद जिला उज्जैन में स्तिथ है। लगभग 200 वर्षो से आदिवासी समाज इस जमीन पर खेती करते आ रहे हैं। उक्त भमि पर भूमि स्वामी दुर्गाबाई ओर 12 नम्बर कलम में जगन्नाथ का नाम दर्ज हैं। और उनके वारिश के रूप में खसरे में वर्तमान में जनार्धन पिता विनायकराव , दत्तात्रय पिता विनायक राव, अवधूत पिता विनायक राव, एकनाथ पिता विनायकराव, श्रीराम पिता विनायक राव, स्नेहलता पिता विनायकराव ओर सरस्वती पिता विनायकराव का नाम दर्ज हैं।

8 दिनों में कराई दो फर्जी रजिस्ट्रियां
बालकृष्ण बैरागी ने दिनांक 26-06-2024 को उज्जैन जिला रजिस्ट्री कार्यालय पर उपस्थित होकर रजिस्टर्ड विक्रय पत्र MP432022024A1817563 द्वारा 8.20 हेक्टयर भूमि का मालिकाना हक प्राप्त किया । लेकिन रजिस्ट्री करने के लिये भूमि के नकली मालिको का नकली आधार कार्ड बना कर सब रजिस्ट्रार प्रज्ञा शर्मा के सामने उपस्थित कर फर्जी रजिस्ट्री कराई गई। ओर खाचरोद तहसील में दिनांक 24- 07 24-को नामांतरण के लिए प्रकरण दर्ज कराया जिसका प्रकरण क्रमांक 578/ अ-6/2024-25 हैं।

वही जब उक्त भूमि की जानकारी मोती सिंह शेखावत को लगी कि बालकृष्ण बैरागी ने उक्त भूमि की फर्जी रजिस्ट्री करवा ली हैं तो अनान फानन में मोतीसिंग शेखावत द्वारा गौरव नाइक जो वर्तमान में जैल में बंद है को खड़ा कर फर्जी आधारकार्ड बना कर साथ ही भूमि मालिक के भी पुनः फर्जी आधार कार्ड बनाकर दिनांक- 01-07-2024 को 8.20 हेक्टयर भूमि में से 5.850 भूमि का मुख्तयारनामा करा दिया । वही पुनः दूसरे दिन दिनांक 02-07-24 को उज्जैन जिला कार्यालय में सब रजिस्ट्रार प्यारेलाल सोलंकी के समक्ष उपस्थित होकर जो वर्तमान में जैल में बंद मुख्तयार नामा धारक गौरव नाइक से उक्त भूमि को खरीदकर फर्जी रजिस्ट्री कराई। जिसका विक्रयपत्र क्रमांक -MP432022024A1843940 है। ओर मोतीसिंग सेखवात द्वारा दिनांक 02-08-24 को नामान्तरण के लिए खाचरोद तहसील में प्रकरण दर्ज कराया हैं जिसका प्रकरण क्रमांक – 0594/अ-6/2024-25 हैं।

पूर्व विधायक की धमकी देकर जमीन पर कब्जा करने का किया प्रयास


आपको बता दे कि ग्राम दुपड़ावदा तहसील खाचरोद स्थित भूमि सर्वे क्रमांक 672,673,674,676,948 का कुल रकबा 8.20 हेक्टेयर पर दिनांक 20.07.2024 को दोपहर 2 बजे के करीब भूमि पर जिसमें कमलाबाई विधवा किशनसिंह, बहू शारदाबाई पति श्रवण, भतीजा बहू उर्मिला पति तेजकरण, कृष्णाबाई पति करणसिंह, सोना पति भोलेशंकर, रीना पति हटेसिंह, रीना पति कुन्दन, अंतिमबाला पति जितेन्द्र तथा शारदाबाई के साथ भूमि पर निंदाई. बुआई का कार्य कर रहे थे। तभी अचानक वहां पर जतनसिंह पिता सुल्तानसिंह शेखावत निवासी बिरलाग्राम नागदा अपने 70-80 साथीयों से साथ बंदूक लेकर आया उन परिवार को डराने और धमकाने लगा कहने लगा कि यहां जमीन पर अब हमारा कब्जा है तुम सभी ने हमे जमीन बेंच दी है। वही शेखावत द्वारा धमकाकर कहा कि हम विधायक शेखावत के रिश्तेदार है हमारा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता है कह कर जमीन मालिको के साथ मारमीट कर घायल कर दिया ।
भूमि का नामान्तरण रोकने के लिये दिया शिकायती आवेदन

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भूमि मालिक द्वारा उज्जैन जिला कलेक्टर ओर उज्जैन एसपी को मय सबूत के साथ आवेदन दिया है कि रजिस्ट्री की जांच करवाई जाए ओर नामान्तरण पर रोक लगाई जाए। वही भूमाफिया पर तुरंत कार्यवाही कर प्रकरण दर्ज किया जाए।

रजिस्ट्री कार्यालय में होता हैं बड़ा खेल

उज्जैन जिला रजिस्ट्री कार्यालय में सब रजिस्ट्रार प्रज्ञा शर्मा और प्यारेलाल सोंलकी को इस फर्जीवाड़े की जानकारी मय सबूत के साथ उपलब्ध कराई तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया । कहा कि हमारा तो बस इतना काम होता है की जमीन के खसरे ओर रजिस्ट्री में भूमि मालिक का नाम ओर आधार कार्ड में एक जैसा नाम दर्ज होना चाहिए इसके ही आधार पर रजिस्ट्री की जाती है। ओर हम कुछ नही देखते हैं। लेकिन इतनी जानकारी लगने के बाद भी सर्विस प्रोवाइडर्स और रजिस्ट्री को शून्य करने के लिये कोई कार्यवाही नही करना सब रजिस्ट्रार को शंका के घेरे में लाता है। अगले अंक में प्रकाशित करेंगे कि रजिस्ट्रार कार्यालय में किस प्रकार होती है रजिस्ट्रिया ओर उनके करने का तरीका ।

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