फरार 420 अश्विन का शपथग्रहण, शपथग्रहण नहीं अपितु न्याय की हत्या है.

नौटंकी करने से काला दामन सफेद नहीं हो जाता, जान ले खुजलीवाल

उज्जैन अवंतिका के युवराज। इंदौर और उज्जैन पड़ोसी जिले है। लेकिन दोनों के जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली में कितना गहन अंतर है कि इंदौर में बीते वर्षों में तत्कालीन जिलाधीश मनीषसिंह ने असंख्य पीड़ितों को भू माफिया के खिलाफ ठोस कार्यवाही कर भू माफियाओं की जड़े हिला दी है। लेकिन उज्जैन में भू माफिया प्रशासन पर कितने हावी हो गये है इसका सीधा उदाहरण है भू माफिया अश्विन कासलीवाल ।

18 मई 2023 को भादवि की धारा 420 के तहत भू माफिया अश्विन कासलीवाल के खिलाफ दर्ज हुए प्रकरण में 52 दिन बाद भी पुलिस आरोपी अश्विन को गिरफ्तार नहीं कर सकी है ? गरीबों का खून चूसकर, उनके साथ धोखा करने के बावजूद 420 अश्विन फरार है। सूत्रों की माने तो फरारी में वह कई दबंगों, प्रभावशालियों और रसूखदारों की शरण लेकर पुलिस पर गिरफ्तारी न करने का दबाव बना रहा है। याने 420 की कायमी और फरारी के बावजूद अश्विन का जलवा बरकरार है। रविवार को अश्विन ने कथित समाजसेवी का चोला ओढ़कर नौटंकी करते हुए गरीबों के खून चूसकर की गई कमाई के रूपयों से दो सिलाई मशीन भेंट करने का स्वांग रचा है। जबकि ये रकम कहां से आई, इस पर कोई ध्यान केन्द्रित नहीं किया गया है कि कई अवैध कालोनियों का जनक यह 420 जनता का पैसा ही हड़पकर जनता में बांटकर झूठी वाहवाही लूट रहा है।

मोक्षदायिनी के नाम को कलंकित न करें लायन्स

सूत्रों से हवाले से पता चला है कि फरार 420 अश्विन को लायन्स क्लब उज्जैन क्षिप्रा ने 420 का प्रकरण दर्ज होने के पश्चात क्लब का अध्यक्ष बनाकर 420 को नवाजा। बेशर्मी की हद देखिये से फरार 420 कासलीवाल का शपथग्रहण समारोह 12 जुलाई को होने वाला है। क्या लायन्स क्लब वालों की आत्मा मर गई है कि उन्होंने 420 के फरार आरोपी अश्विन को अध्यक्ष बनाया, उसका भव्य शपथग्रहण करवा रहे है। खैर जो भी हो, ये शपथग्रहण समारोह सिर्फ शपथग्रहण नहीं, अपितु न्याय की भव्यतापूर्वक हत्या का समारोह है। धिक्कार है लायन्स के नाम पर 420 अश्विन की नौटंकी में साथ देने वालों पर। खैर ऐसा होना भी था क्योंकि 420 अश्विन की कालोनी में इस क्लब के कुछ जिम्मेदार भी भागीदार रह चुके है जिनके खिलाफ थाने में 420 का प्रकरण तक दर्ज हुआ है। तो चोर-चोर मौसेरे भाई वाली कहावत तो जरूर बनती है।
न्याय की हत्या कर रहा अश्विन, लेकिन कलम को नहीं दबा पायेगा

निराधार सूचना पत्र भेजने के बाद अब अश्विन ने न्यायालय को भ्रमित करने की शुरूआत कर दी है। लेकिन 420 अश्विन ये नहीं समझ रहा है कि अश्विन ने मानहानि आदि का वाद प्रस्तुत करके खुद ही उसके शुभचिंतकों को इतना सक्रिय कर दिया है कि कई आपराधिक प्रकरण दर्ज, फर्जीवाडे और शिकायते तेजी से हमें प्राप्त हो रही है। इससे बड़ा हास्य का विषय और क्या होगा कि एक फरार 420 का आरोपी अश्विन, मानहानि का वाद लगाकर कानून का मखौल उड़ाने का प्रयास कर रहा है। क्या एक 420 की समाज में ऐसा कौन-सा मान होता है जिसकी हानि हो सकती है। जब मान ही नहीं तो हानि कैसे होगी ☺️☺️☺️☺️

ये तो वो ही बात हुई कि भिखारी की जेब खाली है और वह रूपयों की लूट होने की कहानी गढ़ रहा है। क्या यह मुमकिन है।……….

कोई बात नहीं, श्री 420 अश्विन के वाद रूपी पैंतरे से कई छुपी हुई जानकारियां भी अवंतिका के युवराज ने उज्जैन से भोपाल तक की जुटा ली है जिसमें जुर्माने कायमी और शिकायतों का पुलिंदा इस मानहीन 420 के कृत्यों को सदा-सदा के लिये न्यायालयीन रिकार्ड पर लाने की तैयारी हो चुकी है और शायद इस भ्रमपूर्ण वाद में 420 अश्विन की सच्चाई सामने आने के पश्चात जीवन में 420 अश्विन दोबारा किसी कलमकार के खिलाफ भ्रामक वाद प्रस्तुत कर न्यायालय को भ्रमित करने और कलमकारों को आतंकित, भयभीत करने और दबाने का दुस्साहस नहीं कर सकेगा।

फिर कहता हूं….. कलम न रूकेगी, न झुकेगी। लेकिन पीड़ित को न्याय दिलाकर कलम की ताकत का अहसास जरूर कराकर रहेगी।

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