चारधाम जाने से क्या धुल सकेंगे छलिये अश्विन के पाप ?
उज्जैन अवंतिका के युवराज । कलियुग में पाप की परिभाषा को भू माफिया 420 अश्विन कासलीवाल ने पूरी तरह बदलने की कोशिश की है। पुलिस थाना चिमनगंज मंडी उज्जैन में अश्विन कासलीवाल के खिलाफ गरीब परिवार के पराग धनगर ने भादवि की धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज कराया। गरीब पराग को सरकारी जमीन निजी बताकर ठगने वाले अश्विन ने इस पाप को धोने का नया तरीका इजाद कर पापियों को नई प्रेरणा दी है कि आप पाप करके चारधाम यात्रा पर जा सकते हो। जी हां, अश्विन कासलीवाल बीती रात को रेल मार्ग द्वारा चारधाम यात्रा पर रवाना हो गया है। लेकिन चारधाम जाने से क्या अश्विन के पाप घुल सकेंगे ? जिस गरीब पराग ने 100-50 बचाकर मजदूरी करके जैसे तैसे प्लाट खरीदने की किश्ते दी है क्या उसके साथ अश्विन द्वारा किये गये छल को ईश्वर क्षमा करेंगे ? यह तो प्रभु ही जाने, लेकिन हमारी कलम कहती है कि गरीब को छलने वाले को तो ईश्वर भी माफ नहीं करता।
चारधाम को गया 420 अश्विन बिहारी, अब 467, 468 की तैयारी
अश्विन कासलीवाल 420 के प्रकरण के बावजूद चारधाम यात्रा को तो चला गया है। लेकिन ये मामला जल्द ही गंभीर रूप धारण कर सकता है और प्रकरण में आने वाले समय में 467, 468 जोड़ने की भी तैयारी है। इसके बाद अग्रिम जमानत के लिये प्रयासरत अश्विन की जमानत के भी वांदे पड़ सकते है और अश्विन के मुगालते ठंडे हो सकते है।
खैर जीवन में धर्म सबसे पहले है बाकी बाद में यदि वाकई में अश्विन वास्तविक चारधाम की यात्रा पर गया है और किसी दूसरी यात्रा पर नहीं, तो हम यात्रा हम शुभकामनाऐं देकर अश्विन के वापस लौटने तक कुछ विराम देंगे। लेकिन कलम बदस्तूर न्याय मिलने तक जारी रहेगी।
तो बने रहिये अवंतिका के युवराज के साथ……….. और भी होंगे………..खुलासे……..