“अवैध कालोनी काटना हमारी आदत है और हमें अवैध कालोनी ही काटते रहेंगे, चाहे एफआईआर करा दो लेकिन नहीं सुधरेंगे-
खुजलीवाल’ कासलीवाल को पकड़ना मुश्किल ही नहीं पुलिस के नाममुकिन है
उज्जैन स्थान – विक्रमादित्य क्लाथ मार्केट उज्जैन। पुलिस थाना चिमनगंज मंडी से दूरी बमुश्किल करीब डेढ़ किलोमीटर। लेकिन 11 दिन पूर्व पुलिस थाना चिमनगंज मण्डी में विक्रमादित्य क्लाथ मार्केट निवासी अश्विन कासलीवाल के खिलाफ दर्ज हुए 420 के प्रकरण में गिरफ्तारी लेने की ज़हमत अब तक पुलिस चिमनगंज ने नहीं उठाई है। 420 का आरोपी अश्विन वीडी मार्केट में मौजूद है लेकिन पुलिस चिमनगंज गांधारी बनकर आरोपी अश्विन को फरारी काटने में पूरा संरक्षण दे रहे है। लगता है कि वर्तमान के चिमनगंज थानापति के रहते 420 कासलीवाल की गिरफ्तारी होना संभव नहीं है।
सूत्रों से पता चला है कि खुलेआम स्कूटर पर घूम रहे कासलीवाल में पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है और वह अपने प्रति चिमनगंज पुलिस के प्रति झुकाव और नरम रवैये को लेकर पूरी तरह बेफिक्र होकर पीड़ित पराग धनगर से 420 कर लूटी गई दौलत से ऐश कर रहा है और बड़े महंगे होटलों में पार्टियां कर रहा है।
420 कासलीवाल को कैसे मिलेगा “महाकाल धाम’
शहर का नया मास्टर प्लान लागू हो चुका है। सिंहस्थ क्षेत्र का कुछ भाग आवासीय हो चुका है लेकिन आगर रोड़ से सटा हुआ सिंहस्थ क्षेत्र अब भी सिंहस्थ मुक्त नहीं हुआ है और यहां कूड़ेदान पर अवैध कालोनी की बू आ रही है। जिसमें भू माफिया 420 अश्विन कासलीवाल का नाम सुनने में आया। है। सोचने का विषय यह है कि आखिर 420 कासलीवाल को गरीबो को लुटने के बाद भी “महाकाल घाम” क्या मिल सकेगा ?
अवैध कालोनी काटना हमारी आदत है और हम अवैध कालोनी काटते रहेंगे
बाल गंगाधर तिलक जैसे महापुरूष का हमे स्मरण हो गया क्याकि उनका नारा था “स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और हम इसे लेकर ही रहेंगे।“लेकिन उज्जैन के श्री 420 अश्विन कासलीवाल का नारा शहर के कई गरीबों के लिये नासुर बन गया है। श्री 420 अश्विन कासलीवाल का नारा तो यही लगता है कि “अवैध कालोनी काटना हमारी आदत है और हमें अवैध कालोनी काटकर ही रहेंगे और जनता को ठग कर भी नहीं सुधरेंगे”
यहां यह कहावत चरितार्थ होती है है कि कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती।
मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश की अवैध कालोनियों को वैध किये जाने से यहां के सम्पत्तिधारकों में मूलभूत सुविधाएं मिलने सहित बैंक से ऋण स्वीकृत होने आदि सुविधाओं को लेकर हर्ष है यह सुखद है। परन्तु दुःख का विषय है कि बार-बार प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा अवैध कालोनियों को वैध किये जाने से भू माफिया अश्विन कासलीवाल जानबूझकर कृषि भूमि का व्यपवर्तनप कराए बिना ही नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के अनुमोदन व नगर पालिक निगम उज्जैन की कालोनी सेल की स्वीकृति के बिना ही बार-बार अवैध कालोनी काटकर मुख्यमंत्री को सीधी चुनौती दे रहा है कि हमें तो कई थानों की पुलिस ढूंढ रही है लेकिन कासलीवाल को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।
खैर पत्रकार की आंखों ने तो कासलीवाल को शहर में घूमते पकड़ लिया है लेकिन गांधारी बनी पुलिस चिमनगंज की आंखों से स्वार्थ की पट्टी नहीं हटने तक यह गिरफ्तारी नामुमकिन रहेगी।
……तोड़ने की पूरी तैयारी………. दलालों के फोन जारी……….लेकिन सुन ले माफिया………. नहीं बिकेगा ईमानदार कलमकार………..अब करिये नीमनवासा, मानपुरा, पांड्याखेडी और आगर रोड़ का इंतजार………