उज्जैन अवंतिका के युवराज पुलिस थाना चिमनगंज मंडी उज्जैन में भू माफिया अश्विन कासलीवाल पिता महेन्द्र कुमार कासलीवाल निवासी वीडी क्लाथ मार्केट उज्जैन के खिलाफ करीबन 3 माह की जद्दोजहद और दर्जनों शिकायतों के पश्चात फरियादी पराग धनगर पिता नर्मदाशंकर की शिकायत पर चार सौ बीसी आदि का प्रकरण दर्ज हुआ है। परंतु अब तक 420 के आरोपी कासलीवाल अब तक पुलिस गिरफ्त से दूर फरियादी जन हैरान-परेशान
श्री 420 बने अश्विन कासलीवाल वैसे भी इस खिताब से ही शहर में पहचाने जाते है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व में भी शहर के कई थानों में इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज रहे है। जिलाबदर की कार्यवाही की तैयारी भी हो चुकी थी उस वक्त गरीब जनता का पैसा काम आया तब जाकर श्री 420 गरीब जनता को और भी अलग-अलग सपने दिखाकर ठगने में सफल रहे।
कब टूटेगा इनका मकान 420 का मिला सम्मान।
आखिर कब टूटेगा भू माफिया का आलीशन मकान और अभिमान प्रदेश सरकार भू माफिया के अभिमान और अवैध मकान ध्वस्त करने के दावे कर रही है लेकिन स्थानीय प्रशासन की मेहरबानी से अब तक भू माफिया अश्विन का मकान जमींदोज नहीं हुआ है न ही रासुका, जिलाबदर की कार्यवाही हुई है. जिला पुलिस व निगम प्रशासन अश्विन के रसूख के आगे बेबस लाचार लगता है। शायद इसीलिये अश्विन अब तक बचा हुआ है वरना ऐसे भू माफिया पर इंदौर के तत्कालीन कलेक्टर रहे मनीषसिंह से प्रेरणा ली गई होती तो अब तक ये भू माफिया जेल की सींखचों के पीछे होते ।
अवंतिका के युवराज का मिला साथ, तब बनी
फरियादी की बात अवंतिका के युवराज परिवार ने पीड़ित पराग धनगर की शिकायत को उठाते हुए इसे जिम्मेदारों तक पहुंचाया और समाचार भी प्रकाशित किये, जिसके बाद अब बमुश्किल कायमी हुई है लेकिन भू माफिया अश्विन कासलीवाल को बचाने में कथित कलमकार, दलालों की भूमिका से निश्चित ही पुलिस चिमनगंज एक बार फिर सवालों के घेरे में नजर आ रही है। जबकि तत्कालीन थाना प्रभारी जितेन्द्र भास्कर को शिकायत पर हटाये कुछ ही समय बीता है लेकिन वर्तमान थाना प्रभारी चन्द्रिका यादव की कार्यप्रणाली एक माह में तीसरे थाना प्रभारी की पदस्थी हेतु मार्ग प्रशस्त कर रही है। खैर निर्णय पुलिस कप्तान के हाथों में है। आशा है थाना चिमनगंज की बेहतरीन सर्जरी इस बार हो सकेगी और अश्विन के खिलाफ रासुका व मकान तोड़ने की कार्यवाही होगी।
श्री 420 से और भी पीड़ित लोगों ने अवंतिका के युवराज समाचार पढ़कर हिम्मत दिखाई है और अवंतिका के युवराज परिवार को अपनी भरी आंखों से अपना दर्द सुनाया जिसका हम यूट्यूब चैनल के माध्यम से खुलासा करेंगे बने रहे अवंतिका के युवराज के साथ यदि और भी कोई पीड़ित हो तो उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है जिला पुलिस प्रशासन आपके साथ है और अवंतिका के युवराज परिवार भी और भी करनी है बात फिर मिलेंगे एक और नए खुलासे के साथ।