उज्जैन अवंतिका के युवराज फेसबुक पर दोस्ती कर बोहरा समाज के सभ्रांत परिवार की महिला को मुस्लिम समाज के युवा ने प्रेम जाल में उलझा कर करीब 03 वर्षों तक योन संबंध बनाए। जब महिला यौन उत्पीड़न से प्रताड़ित हो गई तो उनके द्वारा युवक के विरूद्ध पुलिस का मामला सौंपा गया। पुलिस ने इस मामले में सौन शोषण करने वाले युवक से सांठगांठ कर महिला को दबाव में लेते हुए दोनों का निकाह करने की सहमति बनवा कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। करीब 01 वर्ष पहले हुए निकाह के बाद मुस्लिम युवक महिला के साथ उसके घर पर रहने लगा और यहां से उसने अपना असली रंग दिखाना शुरू किया। संपन्न परिवार की महिला की तिजोरी और नगदी पर कब्जा करने के साथ अचल संपत्ति के मूल दस्तावेज हड़पने के साथ महिला को अपने करीबी लोगों के माध्यम से जालसाजी के प्रकरण में उलझा कर जेल की सलाखों के पीछे भिजवा दिया। इतना ही नहीं खुद युवक इस मामले में सरकारी गवाह बन कर महिला को रास्त से हटाने की जुगाड़ में जुट गया। शोषित पुलिस महिला ने अपने साथ घटित हुई घटनाकस को पुलिस के समक्ष सप्रमाण कई बार रखा है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी बेगुनाह महिला को न्याय दिलाने को तैयार नहीं है।
यह आरोप शीरीन उर्फ शबाना हुसैन निवासी आदर्श नगर नागझिरी हाल मुकाम इंदौर ने लगाते हुए बताया कि लाल मस्जिद चौराहा कि मेरी मेली के अनाम नामक युवक ने साल पहले फेसबुक पर हुई दोस्ती को रोग और लालच के चलते प्रेम कहानी में तब्दील कर यौन उत्पीड़न के बाद शिकायत होने से पुलिस की समझाईश पर निकाल किया था श्रीमती शीरीन का कहना है कि वह सम्पन्न परिवार है और पिता के साथ संचालित व्यापार से उसे प्रतिमाह करीब रूपये 100000 की आय अर्जित होती है यह जानकारी उसके कथिक पति को भी था जिसके चलते वह मुझसे कैंसर नामक बीमारी का बहाना बनाकर रूपये लेता रहा जब उसकी बीमारी का भंडाभोड़ हुआ तो उसने मुझे प्रताड़ित करके हुए नशीली गोली दवा इंजेक्शन दिलवा कर मेरा मानसिक संतुलन बिगाड़ने का प्रयास किया इतना ही नहीं अनाम ने जहर देकर मारने की कोशि भी की। श्रीमती सरीन का कहना है कि इसी बीच उसके शौहर ने करीब 22 लाख रूपये नगद तथा 12 लाख का चेक और मेरे पुश्तैनी हीरे जवाहरात के जेवरात का डिब्बा तथा मेरे पिता के द्वारा किए गए मकान की रजिस्ट्री तथा दो अन्य प्लाट की मूल रजिस्ट्री यह कहते ने हथिया ली कि तुम यहां पर अकेली रहती हो इसे मैं अपने लाकर में रखवा दूंगा। इस तरह संपन्न महिला को कंगाल करने के बाद भी अनाम कि बेईमानी और धौखाधड़ी का कम रुका नहीं उसके द्वारा मुझे पूरी तरह से खत्म करने की नियत से यूपी लखनऊ की समाजवादी मंत्री मधु यादव के एनजीओ राष्ट्रीय मानव अधिकार से जुड़वा कर अपने रिश्तेदारों के तीन चार प्रकरण मुझे दर्ज कर उनमें मदद की बात कहीं गई वहीं मधु यादव और अनाम के द्वारा पैसे लेकर मदद करने के लिए मुझे प्रेरित करने का प्रयास किया जिसे मैं मसझ नहीं पाई तब मेरे द्वारा मात्र दो माह के अंतरात में एनजीओ का कार्य बंद कर दिया गया जिससे क्षुब्द होकर अनाम ने मधु यादव को उज्जैन बुलवाकर महाकाल भगवान की शाही सवारी वाले दिन नागिरी थाने में ड्यूटीरत उप निरीक्षक से सांठगांठ कर धारा 420 और 120 बी के तहत जालसाजी धौखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करवाया यहां पर चौंकाने वालो तथ्य यह है कि फरियादी पक्ष के द्वारा मात्र 5 और 10 हजार रूपये की धौखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। है वहीं इन प्रकरण में सरकारी गवाह के रूप में अनाम सामने आया है इतना ही नहीं मुझे इस प्रकरण में त्वरित गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायालय में पेश कर जले भेज दिया इस दौरान मेरा पति मुझसे ना तो मिलने आया और ना ही मेरी जमानत के लिए कोई प्रयास किए जब मेरे माता पिता को इस घटनाक्रम की जानकारी लगी तो उनके द्वारा मेरी जमानत करवाई गई। कुल मिलाकर अनाम ने मेरी चल अचल संपत्ति को हड़पने की नियत से इस सारे प्रपंच को रचा है।
श्रीमती शीरीन का यह भी कहना है कि उनके द्वारा पुलिस को अनाम के द्वारा मेरे साथ की गई धौखाघड़ी लाखों रूपए की नगदी जेवरात आदि की शिकायत की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई किन्तु पुलिस ने धारा 498 दहेज प्रताड़ना के तहत प्रकरण दर्ज किया है जबकि मेरे द्वारा लिखित आवेदन में स्पष्ट किया गया था कि किस तरह से मेरे साथ जालसाजी हुई है और यह मामला महिला उत्पीडन के साथ साथ लाखों रूपये की जालसाजी के अलावा मेरी हत्या की साजिश से जुड़ा हुआ है पुलिस प्रशासन से में मांग करती हूं किवह निष्पक्षता से इस पूरे प्रकरण की जांच करे और दोषी लोगों के विरूद्ध उचित कार्यवाई करे।