पुलिस चिमनगंज के दो टीआई तो निपटे, अब तीसरे की तैयारी एसपी साहब सुन नहीं रहे, अब आईजी साहब ही बताये कब होगी अश्विन की गिरफ्तारी

उज्जैन अवंतिका के युवराज उज्जैन शहर में कांग्रेस व भाजपा सरकार में पुलिस ने आज तक भू माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की है लेकिन एक भू माफिया ऐसे भी है जो कि पुलिस पर कार्यवाही करने की ताकत रखते है। ऐसा ही एक दबंग नाम है अश्विन कासलीवाल निवासी वीडी क्लाथ मार्केट उज्जैन का सरकारी भूमि को निजी बताकर बेचने वाले अश्विन कासलीवाल से पीड़ित पराग धनगर द्वारा फरवरी 2023 में दिये गये शिकायती पत्र पर बमुकिश्ल अवंतिका के युवराज की लगातार कलमकारी पर 18 मई 2023 को 420 का प्रकरण अश्विन के खिलाफ दर्ज हुआ। भूमाफिया अश्विन कासलीवाल पुलिस कप्तान पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है जिला पुलिस प्रशासन को वह अपने हिसाब से चला रहा है अब तो ऐसा लगने लगा है कि थानो की पोस्टिंग में एसपी सबसे ज्यादा अश्विन का दखल है

दो टीआई निपटे, अब तीसरे की तैयारी

मामला यहीं नहीं रूका और कायमी के पूर्व ही पुलिस थाना चिमनगंज मण्डी उज्जैन के तत्कालीन थाना प्रभारी व अश्विन के संरक्षक तत्कालीन टीआई जितेन्द्र भास्कर द्वारा मीडिया के लगातार मामला उठाने के चलते पीड़ित की सुनवाई का प्रयास करने पर अश्विन ने अपने दबाव-प्रभाव से भास्कर को पुलिस लाईन का रास्ता दिखा दिया।

तत्कालीन थाना प्रभारी चन्द्रिका यादव द्वारा भी कासलीवाल को बचाने का काफी समय तक प्रयास किया गया लेकिन अवंतिका के युवराज की पैनी कलम के चलते आखिरकार 18 मई 2023 को भादवि की धारा 420 की कायमी कासलीवाल के खिलाफ चन्द्रिका यादव ने कर दी। इसका हर्जाना चन्द्रिका यादव को स्थानांतरण याने थाने से रवानगी के रूप में उठाना पड़ा है और शहरी थाने से हटाकर चन्द्रिका यादव को इंगोरिया थाने भेज दिया गया है।

अब देखना ये है कि अपने धनबल, रसूख, दबंगाई, दबाव, प्रभाव, संबंधों से भू माफिया अश्विन कासलीवाल ने दो टीआई की बलि तो ले ली है और यह कागजों में फरार है लेकिन अपने मकान पर रहता बरकरार है। लगता है कि 2 माह में 2 टीआई को निपटाने के बाद अब तीसरे टीआई की भी तैयारी है। यदि तीसरे टीआई ने अश्विन को गिरफ्तार कर लिया तो कहीं अश्विन उन्हें बर्खास्त न करवा दें। अश्विन कासलीवाल अब जिले में पुलिस पर भारी पड़ता दिखाई दे रही है और समानांतर रूप से सरकार चलाकर पुलिस थानों की पदस्थी भी अपनी जेब में लेकर घूमने लगा है।

दो यादव टीआई दोनों में भेदभाव आश्चर्य का विषय

शहर के कद्दावर मंत्री डॉ. मोहन यादव के रहते यादव समाज के एक टीआई तो शहर के अपने थाने में पदस्थ है तो आखिर दूसरे यादव टीआई को आखिर संरक्षण क्यों नही मिला या फिर अश्विन के नोटों की गूंज मंत्रीजी के कानों तक भी पहुंच गई है।

इस मामले में अवंतिका के युवराज ने गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के मोबाइल नंबर पर भी चर्चा की है और उन्होंने ठोस कार्यवाही का आश्वासन भी दिया है व पत्रकार एक्ट लागू करने की भी बात कही है।

एसपी साहब तो नहीं सुन रहे. अब आईजी साहब बताये कब होगी गिरफ्तारी

420 का फरार आरोपी अश्विन खुलेआम शहर में घूम रहा है लेकिन पुलिस उसकी गिरफ्तारी नहीं कर रही है। एसपी साहब का कई बार ध्यानाकर्षण किया गया लेकिन वे या तो कॉल नहीं उठाते और उठाने बात तक नहीं करते। क्या वे अश्विन को अग्रिम जमानत हेतु पर्याप्त अवसर और संरक्षण देना चाहते है उनकी छवि को देखकर तो ऐसा नहीं लगता, लेकिन शायद उनके मातहतों ने एसपी साहब के कान भर दिये है इसलिये गिरफ्तारी नहीं हो रही।

अब आईजी साहब से ही गुजारिश है कि वे फरार आरोपी अश्विन कासलीवाल को तत्काल गिरफ्तार करवाकर जेल की सीखचों के पीछे दाखिला दिलाएँ।

अवंतिका के युवराज झुकेगा नहीं……..

सुन ले रे भू माफिया…………… अवंतिका के युवराज झुकेगा नहीं…….. तेरी गिरफ्तारी होने तक •………….ये रुकेगा नहीं…………

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