उज्जैन । कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने रविवार को बृहस्पति भवन के सभाकक्ष में शहर के निजी स्कूल संचालकों के साथ टीकाकरण के संबंध में बैठक की । कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी स्कूल संचालक यह सुनिश्चित करें कि उनके विद्यालयों में 15 से 18 वर्ष के बालक बालिकाओं का टीकाकरण शत प्रतिशत हो ।
कोई भी पात्र बच्चा टीकाकरण से ना छूटे । कई स्कूल संचालकों द्वारा बैठक में बताया गया कि बहुत से बच्चों के माता-पिता उन्हें टीका लगवाने के लिए राजी नहीं है । बार बार समझाने के बावजूद कई बच्चों के माता-पिता उन्हें टीका नहीं लगवा रहे हैं ।
इस पर कलेक्टर ने कहा कि स्कूल संचालक बच्चों के माता-पिता को समझाएं के टीकाकरण बहुत जरूरी है तथा ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता बिना किसी ठोस वजह के उन्हें टीका लगवाने से मना कर रहे हैं उन्हें ऑनलाइन क्लासेस की लिंक ना भेजी जाए ।
कलेक्टर ने कहा कि जिन बच्चों का टीकाकरण अब तक नहीं हुआ है उनकी वजह से कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। स्कूल संचालक माता पिता को समझाएं कि हमें आपके बच्चों की नहीं बल्कि दूसरे बच्चों की चिंता है ।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि जिन बच्चों को 3 जनवरी को पहला डोज लग गया था वे 31 जनवरी से दूसरे डोज के लिए पात्र हो गए हैं । सभी बच्चों को दूसरा डोज लगाया जाना सुनिश्चित करें ।
इस बुधवार को बच्चों के पहले अथवा दूसरे डोज के लिए महा टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा । कोई भी बच्चा टीकाकरण से ना छूटे। कलेक्टर ने कहा कि 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण में जिले का प्रतिशत कम है इसे बढ़ाया जाए।
आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर सर्वे किया जाए । उनकी ओर से भी प्रमाण पत्र जा जारी किया जाएगा । जो बच्चे किसी भी कारण से टीकाकरण से छूटते हैं उनके नाम सूची के साथ संलग्न किए जाएं। सभी स्कूल संचालक अगले 2 दिन के अंदर छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करवाएं और जिन बच्चों को पहला डोज लग चुका है उन्हें दूसरा डोज लगवाएं ।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री अंकिता धाकरे, सीएमएचओ डॉ संजय शर्मा,
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री गौतम अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री गिरीश तिवारी, संकुल प्राचार्य, नगर पालिका निगम के जोनल अधिकारी और अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।