वर्षों से अलग रह रहे पति-पत्नी का हुआ मिलन
- उज्जैन दिनांक 12.03.2022 को मान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष महोदय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उज्जैन श्री आर.के. वाणी, उपाध्यक्ष राज्य अधिवक्ता परिषद श्री प्रताप मेहता, अध्यक्ष मंडल अभिभाषक संघ श्री रवींद्र त्रिवेदी, विशेष न्यायाधीश (एट्रोसिटी) एवं संयोजक नेशनल लोक अदालत श्री अश्वाक अहमद खान के द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।
तत्पश्चात मान प्रधान जिला न्यायाधीश के द्वारा समस्त पीठासीन अधिकारियों को नेशनल लोक अदालत में रखे गए प्रकरणों का अधिक से अधिक संख्या में निराकरण करने संबंधी निर्देश देते हुए नेशनल लोक अदालत प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की।
नेशनल लोक अदालत में हजारों की संख्या में पक्षकारगण, आम नागरिक लाभावित हुए। विशेषकर नेशनल लोक अदालत में पारिवारिक प्रकृति के साथ ही क्लेम विद्युत चोरी, चेक बाउस, आपराधिक एवं दीवानी प्रकरणों का निराकरण किया गया। पारिवारिक प्रकरणों में अनेक बिछड़े हुये परिवारों को मिलाया गया एवं क्लेम प्रकरणों में पीड़ित व्यक्तियों को लाखों रुपए की क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की गई।
प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय श्री विवेक कुमार गुप्ता के समक्ष एक दंपत्ति के तलाक के मामले का निराकरण हुआ, जिनका विवाह दिः15.03.2009 को हुआ था। आपसी तकरार के कारण पति-पत्नी काफी समय से अलग रह रहे थे। दंपत्ति की 2 संताने है। लोक अदालत में समझाईश देने के उपरांत दोनों पति-पत्नी साथ में रहने को सहमत हुए समझौते के आधार पर तलाक याचिका खारिज हुई राजीनामा करने वाले पक्षकारों ने खुशी-खुशी एक दूसरे के गले में मालाएं पहनाई एवं उन्हें खुशी-खुशी घर विदा किया गया।
साथ ही परिवार न्यायालय की पीठासीन अधिकारी श्रीमती उषा गेडाम के न्यायालय में विशेष रूप से दो ऐसे प्रकरणों में राजीनामा हुआ जिनमें पति-पत्नी काफी समय से आपसी मतभेदों के कारण अलग-अलग रह रहे थे। इन प्रकरणों में पति-पत्नी के मिलन से उनके छोटे बच्चे बहुत खुश हुये राजीनामा करने वाले पक्षकारों ने खुशी-खुशी एक दूसरे के गले में मालाएं पहनाई।
न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सुश्री सोनाली वर्मा के न्यायालय में एक दंपत्ति का मामला निराकृत किया गया जो कि कई वर्षों से अलग रह रहे थे। न्यायाधीश सुश्री वर्मा द्वारा उक्त दंपत्ति को आपसी समझाईश दी जाकर उनके सफल वैवाहिक जीवन की कामनाओं के साथ उन्हें खुशी-खुशी घर विदा किया गया।
इस लोक अदालत में माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदय श्री आर. के वाणी की खंडपीठ में 49 प्रकरण एवं विद्युत अधिनियम संबंधी विशेष न्यायाधीश (शहरी क्षेत्र) श्री जितेंद्र सिंह कुशवाह द्वारा 126 एवं विद्युत अधि विशेष न्यायाधीश (ग्रामीण क्षेत्र) श्री आदेश कुमार जैन द्वारा 87 प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिनमें काफी प्रकरण 5 साल की लंबी अवधि से न्यायालय में लंबित थे।
जन उपयोगी सेवाओं की लोक अदालत में जिला न्यायाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री अरविंद जैन के द्वारा 6 प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिनमें लाखों रुपये की क्षतिपूर्ति राशि किसानों को उनकी फसल बीमा के संबंध में दिलाई गई मेडिक्लेम के एक मामले में रु.1,23,000/- की राशि एक व्यक्ति को दिलायी गई।
उक्त अवसर पर वनविभाग के सहयोग से समझौता करने वाले पक्षकारों को न्याय वृक्ष एवं भीषण गर्मी में पक्षियों को पानी रखने के लिए सकोरे तथा मोटे अनाज का वितरण कर पर्यावरण की रक्षा हेतु सहयोग देने का आव्हान भी किया गया।
लोक अदालत की विशेष झलकिया:
1. उक्त लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अक्षत इंटरनेशनल स्कूल एवं लॉयन्स एवं क्लब गोल्ड क्वीन उज्जैन के सहयोग से पक्षकारों को पंछियों को पानी पिलाने हेतु सकोरों बाजरे का वितरण किया गया।
2. प्लास्टिक मुक्त अभियान के अंतर्गत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा बुधवारिया एवं नगर पालिका निगम उज्जैन के द्वारा कपड़े के थैले वितरित किये गये।
3 इसी प्रकार सामाजिक न्याय विभाग से पधारे कला पथिक दल के द्वारा नशामुक्ति एवं लोक अदालत के गीत गाकर लोगों को नशा छोडने एवं लोक अदालत के संबंध में आमजनता को जागरुकता पैदा की गयी।
इस अवसर पर लोक अदालत के संयोजक / विशेष न्यायाधीश श्री अश्वाक एहमद खान एवं परिवार न्यायालय के न्यायाधीश श्री वी.के गुप्ता, जिला न्यायाधीशगण श्री संतोष प्रसाद शुक्ला, श्री जितेन्द्र कुशवाह, श्री शशिकांत वर्मा, श्री अबुज पाण्डेय, श्री आदेश कुमार जैन, श्री पंकज तुर्वेदी, श्रीमती आरती शुक्ला पाण्डेय एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अभिषेक नागराज व न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्री वीरेन्द्र जोशी श्री अतुल यादव सहित समस्त न्यायिक अधिकारीगण राज्य अधिवक्ता परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रताप मेहता जी एवं मंडल अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री रवींद्र त्रिवेदी एवं उपाध्यक्ष श्री नितिन जोशी अधिवक्ता एवं सचिव श्री प्रकाश चौबे सहित अन्य अधिवक्तागण तथा प्राधिकरण के सचिव श्री अरविंद कुमार जैन जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री दिलीप सिंह मुझाल्दा, अभियोजन अधिकारीगण, समस्त न्यायालयीन कर्मचारीगण विभिन्न बैंको एवं विद्युत विभाग के अधिकारीगण, काफी संख्या में पक्षकारगण तथा लॉयन्स क्लब गोल्ड क्वीन की महिला सदस्यमण, रोटरी क्लब के सदस्यगण तथा अक्षत इंटरनेशनल स्कूल के संचालक श्री राहुल पण्डया उपस्थित रहे।
उक्त लोक अदालत में प्रीलिटिगेशन के 15958 रखे गए प्रकरणों में से 6307 प्रकरण तथा न्यायालय में लंबित 7665 रखे गए प्रकरणों में से 1097 प्रकरण निराकृत हुए। लोक अदालत में कुल 7404 प्रकरणों का निराकरण हुआ और कुल लगभग 12 करोड़ की राशि के अवार्ड पारित हुए।