उज्जैन 03 फरवरी। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने गुरूवार को बृहस्पति भवन के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक ली। बैठक में अनमोल पोर्टल के माध्यम से मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिये कि विकास खण्ड वार गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन अपेक्षाकृत कम हो रहा है। इसे और बढ़ाया जाये। चिन्हांकन के पश्चात एएनसी में पंजीयन तुरन्त किया जाये। गर्भवती माताओं के पंजीयन में यदि एएनएम सही तरीके से कार्य नहीं कर रही हैं, तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। एएनसी पंजीयन की उचित मॉनीटरिंग की जाये। ब्लॉक स्तर पर एएनएम कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग करवाई जाये। एनिमिया से ग्रस्त गर्भवती माताओं की जांच उचित तरीके से की जाये।

कलेक्टर ने कहा कि सभी सुपरवाइजर्स की आगामी शनिवार को बैठक आयोजित की जाये और उनकी ट्रेनिंग करवाई जाये। समस्त सुपरवाइजर उनके क्षेत्र की एएनएम की मॉनीटरिंग करें कि वे समय पर कार्य कर रही हैं अथवा नहीं। पंजीयन और फॉलोअप की जिम्मेदारी सम्बन्धित सीएचओ को दी जाये। ऐसी गर्भवती महिलाएं जो सीवियर एनिमिया और हाई ब्लडप्रेशर से ग्रस्त हैं, उनकी सतत मॉनीटरिंग की जाये। उनका समय-समय पर चेकअप कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। हितग्राही से बिना पूछे डिलेवरी अपडेशन का कार्य न किया जाये। एएनसी पंजीयन जिले में शत-प्रतिशत किया जाये।

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता के बीच समन्वय स्थापित कर कार्य कराया जाये। स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत सीएम हेल्पलाइन में लम्बित मामलों की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि विभाग के एल-3 और एल-4 स्तर पर क्रमश: 55 और 111 शिकायतें लम्बित हैं, इनका शीघ्र-अतिशीघ्र निराकरण किया जाये। कलेक्टर ने कहा कि जिन वजहों से शिकायतें एल-3 और एल-4 स्तर पर गई हैं, उनका विशेष ध्यान रखा जाये तथा भविष्य में उनकी पुनरावृत्ति न हो। हेल्थकेयर वर्कर्स को कोविड से बचने के लिये बूस्टर डोज शत-प्रतिशत लगवाये जायें। बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री अंकिता धाकरे, सीएमएचओ डॉ.संजय शर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.केसी परमार, सभी बीएमओ और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

 

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