सड़क पर खून से लथपथ घायल को थाना प्रभारी ने तत्काल पहुंचाया अस्पताल
बरबस ही आज मेरी आंखे तब ठहर गई जब मंगलवार 7 फरवरी 2023 को शाम करीबन 6.41 बजे नीलगंगा शराब दुकान के बाहर सड़क पर खून से लथपथ एक बुजुर्ग को देखा। बेहोश बुजुर्ग को उठाने, बचाने हेतु कोई आगे नहीं आ रहा था कोई कह रहा था शराबी है पड़े रहने दो। कोई कहता कि पानी डाल दो। लेकिन मेरे जीवित मानवता ने मुझे बुजुर्ग की मदद के लिये मजबूर कर दिया क्योंकि थोड़ी भी देर बुजुगे की जान के लिये खतरा हो सकती थी। मैंने बुजुर्ग को उठाकर सड़क से एक ओर पहुंचाया और पूछा कि ये कैसे हुआ तो बुजुर्ग ने बताया कि मैं तो काम कर घर जा रहा था कि मुझे कोई टक्कर मार गया। मैंने तत्काल नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील को कॉल कर घटना से अवगत कराया। बमुश्किल 5-7 मिनट भी नहीं बीते होंगे कि पीसीआर वेन में पुलिसकर्मियों ने आकर बुजुर्ग को वाहन में बिठाया और उपचार हेतु ले गये। इस घटना ने मुझे अंदर से झकझोर दिया और सोचेन पर मजबूर कर दिया कि क्या आज मानवता समाप्त हो गई है जो कि रक्तरंजित वृद्ध को सड़क पर असहाय पड़ा देख कोई उसे बचाने की पहल तक नहीं करता। आखिर कम किस कथित सभ्य समाज में जी रहे हैं जहां मानवता के लिये कोई स्थान नहीं है ? इस सभ्य समाज के लोगों को यह अवश्य स्मरण रखना चाहिये कि सड़क पर वह बुजुर्ग नहीं अपितु वे स्वयं या उनका कोई परिजन, परिचित भी हो सकता था, क्या तब उनका प्रतिसाद वहीं होता जो उस गरीब बुजुर्ग के लिये था ? हमें चाहिये कि शासन की गाईडलाईन अनुसार किसी घायल को अस्पताल पहुंचाने या उसकी सूचना देने वाले का नाम, पता अनिवार्य न होने व गोपनीय रहने की नियमावली के दृष्टिगत हम मात्र किसी प्रकरण में उलझने की संभावित आशंका की खातिर मानवता की हत्या कर न करते हुए उन्हें सहयोग करें। पुलिस भी इसे लेकर बेहद संजीदा है जिसका ज्वलंत उदाहरण नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील है जिन्होंने तत्परता दिखाते हुए घायल को तत्काल अस्पताल पहुंचाया। ईश्वर उन्हें दीर्घायु दें। लेकिन अब कर्तव्य हमारा है कि ऐसी घटनाओं को देखकर पीछे हटने की बजाय घायल की मदद करें। हमारा अवंतिका के युवराज समाचार पत्र परिवार ऐसी विषम स्थिति में आपके सहयोग के लिये मानवता के नाते कृतार्थ रहेगा।
तरूण कुरील थाना प्रभारी नीलगंगा
मैं लोकसेवक हूं मैंने तो सिर्फ अपना कर्तव्य निभाया है शासन के प्रति, नागरिकों के प्रति और इंसानियत के लिये। मैं जनता से भी अपेक्षा करता हूं कि वे ऐसी स्थिति में समय गवाएं बिना ही पुलिस व एम्बुलेंस को सूचना दें। पुलिस उनका सहयोग अवश्य करेगी।