नए प्रशासनिक भवन पर आवारा मवेशियों ने किया कब्जा
क्या यह स्वच्छता अभियान में उज्जैन को नंबर वन बनाने की ओर एक कदम है?

उज्जैन, 27 करोड़ की लागत से महज 3 महीने पहले बना और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कर कमलों से लोकार्पित उज्जैन का नया प्रशासनिक भवन अर्थात कोठी पैलेस के समीप स्थित नया कलेक्टर भवन (सम्राट विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल) देखरेख के अभाव में दुर्दशा का शिकार होता जा रहा है हालात यह है कि नए प्रशासनिक भवन की तल मंजिल अर्थात पार्किंग कम बल्कि चारों और गोबर से सराबोर पार्किंग स्थल गौशाला के रूप में परिवर्तित होता जा रहा है।
नए प्रशासनिक भवन के भूतल पर 4125 वर्ग मीटर में पार्किंग एरिया बनाया गया है,जहां पर 500 से अधिक बाइक और चौपहिया वाहन पार्क किए जा सकते हैं, प्रथम, द्वितीय और तृतीय तल पर प्रशासनिक कार्यालय बने हुए हैं, जिनमें जिले के आला अधिकारी बैठकर काम करते हैं, कलेक्टर ,एडीएम , एसडीएम सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर यहां मौजूद है,इसी पार्किंग में वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के वाहन पार्क होते हैं।
करोड़ों रुपए की लागत से बने प्रशासनिक भवन में नियमित रूप से साफ सफाई और देखरेख नहीं होने की वजह से यह दुर्दशा का शिकार होने लगा है, पूरा पार्किंग मवेशियों के गोबर और गंदगी से भरा नजर आ रहा है।

ऐसे में स्वच्छता अभियान 2022 में उज्जैन को नंबर वन का तमगा दिलाने की डींगे हांकने वाले निगम प्रशासन का सपना खुद निगम के कर्मचारी और अधिकारी ही तोड़ रहे हैं, आलम यह है कि पूरे शहर में आवारा मवेशी खुलेआम सड़कों पर घूम रहे हैं और अब प्रशासनिक भवन भी उससे अछूता नहीं है जहां अब आवारा मवेशियों ने कब्जा कर लिया है।

बहरहाल उज्जैन कलेक्टर एडीएम एसडीएम सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के जहां दफ्तर है ऐसे प्रशासनिक भवन में साफ सफाई का आलम बदलेगा या आने वाले दिनों में यहां गौशाला का बोर्ड लगेगा यह तो समय ही बताएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here