जिले में विस चुनाव के दावेदार बिना अनुमति चला रहे प्रचार वाहन
कब ध्यान देंगे जिम्मेदार अधिकारी
उज्जैन अवंतिका के युवराज शर्मसार कर देने वाला मामला है कि प्रदेश के विधान बनाने वाली विधायिका याने के सदस्य बनने का स्वप्न देख रहे दावेदार ही विधानसभा चुनाव 2023 की आदर्श आचरण संहिता लगने के पूर्व ही खुद को अघोषित दावेदार बताकर नियमों की धज्जियां उड़ाने में जुट गये है। सोचने वाली बात ये है कि क्या नियम तोड़ने वाले ये निरंकुश नेता जनता के लिये नियम बनाएंगे ? जो खुद ही नियमों का पालन नहीं कर रहे है।
जी हां……हम जिले में दावेदारों द्वारा बिना सक्षम अनुमति के प्रचार वाहन घूमाने तथा बिना अनुमति शासकीय सम्पत्ति का विरूपण कर इस पर प्रचार-प्रसार कर शासन को राजस्व का भी नुकसान पहुंचा रहे है।
आखिर क्या कारण है कि यातयात विभाग इन नेताओं के आगे नतमस्तक होकर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है और दूसरी ओर सामान्य नागरिकों के ब्रिथ एनालाईजर टेस्ट करने, चालानी कार्यवाही करने की नौटंकी कर दोहरी नीति अपना रही है ? यातायात पुलिस स्वयं ही राजनीतिज्ञों और आम जनता में आम-ओ-खास का भेद पैदा कर गलत संदेश रही है।
बेहतर होगा कि जिला, पुलिस प्रशासन व आरटीओ विभाग संयुक्त टीम बनाकर बिना अनुमति प्रचार वाहन घूमा रहे नेताओं के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही कर उनके वाहनों, संसाधनों, उपकरणों को जब्त किया जाकर प्रशासन के निष्पक्षता रवैये का सख्त संदेश दिया जायें।