लायन्स क्लब का नया चेहरा सामने आय, फरार 420 अश्विन कासलीवाल को पुरस्कृत कर अध्यक्ष बनाया 420 कासलीवाल स्टेशन पर मौजूद, लेकिन पुलिस की दिव्य दृष्टि से बाहर, आखिर पुलिस का ईमान कब जगेगा
उज्जैन सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। इस कहावत को शहर के 420 भू माफिया अश्विन कासलीवाल ने चरितार्थ किया है। 18 मई 2023 को पुलिस थाना चिमनगंज मण्डी उज्जैन में भादवि की धारा 420 में दर्ज प्रकरण के आरोपी अश्विन कासलीवाल को यूं तो पुलिस चिमनगंज मण्डी फरार बता रही है लेकिन सच क्या है यह सभी जानते है। 420 का प्रकरण दर्ज होने के पश्चात लायन्स क्लब जैसी प्रतिष्ठित संस्था के प्रवीण खंडेलवाल, अश्विन मेहता, एस. के. सिंह ने पुराने संबंधों को निभाने के लिये मोक्षदायिनी मां क्षिप्रा के नाम पर बने लायन्स क्लब उज्जैन क्षिप्रा में अश्विन कासलीवाल को अध्यक्ष बनाकर पुरस्कृत किया। क्या यही लायन्स क्लब का असली चेहरा है जिसमें फरार 420 को अध्यक्ष बनाया जाता है ? वैसे तो अश्विन मेहता और अश्विन कासलीवाल द्वारा पद्मावती डेवलपर्स के माध्यम से स्थापित की गई कालोनी पद्मावती एवेन्यू में की गई कारगुजारियों से शहरवासी वाकिफ है।
सफेदपोश बनाने की साजिश
सूत्रों से जानकारी मिलने पर अवंतिका के युवराज परिवार ने पड़ताल की गई तो पता चला कि ताबड़तोड़ रूप से अश्विन मेहता को लायन्स क्लब उज्जैन क्षिप्रा का अध्यक्ष (बीच सत्र में क्लब कार्यशील रहने के दौरान ही व बिना वर्तमान अध्यक्ष कार्यकाल पूरा किए ही) बना दिया गया और अश्विन को सफेदपोश बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है और चारधाम यात्रा पर 1 जून 2023 को रेल्वे स्टेशन उज्जैन से अश्विन कासलीवाल अपने उक्त साथियों सहित रवाना हो गया है। लेकिन आश्चर्य की बात है कि फरार कासलीवाल खुलेआम स्टेशन पर मौजूद है इसकी सूचना भी दी गई लेकिन पुलिस चिमनगंज अश्विन कासलीवाल को गिरफ्तार करने की बजाय उसे फरार होने का भरपूरा मौका दे रही है। वैसे तो कार्यवाहक थाना प्रभारी काफी संजीदा है लेकिन ऐसा लगता है कि दाल में कुछ काला है और अश्विन ने वरिष्ठ स्तर से ही अपने दबाव प्रभाव से पुलिस चिमनगंज की गिरफ्तारी से बचने की जुगत बैठा ली है।