मीडियाकर्मी उज्जैन आने पर मुख्यमंत्री और गृह मंत्री का खींचेंगे ध्यान जनहित में नहीं रहने देंगे फर्जी एडवाईजरी का नाम-ओ-निशान
उज्जैन अवंतिका के युवराज । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री बाबा बुलडोजर की तर्ज पर माफिया को जड़ से मिटाने में लगे है। प्रदेश के गृह मंत्री भी अपराधियों में कानून के प्रति भय उत्पन्न करने हेतु बेहतरीन कार्य कर रहे हैं परंतु नगर सहित प्रदेश में जारी फर्जी एडवाईजरी के धंधे पर अब तक मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने ध्यान नहीं दिया है। आखिर फर्जी एडवाईजरी माफिया पर प्रशासन मेहरबान क्यों बना हुआ है या फिर स्वयं प्रशासन ही इन्हें संरक्षण देकर आम जनता के शोषण की खुली छूट दे रहा है।
फर्जी एडवाईजरी, शोषण की बड़ी बीमारी
शहर में माधव क्लब रोड़ स्थित एक बड़े भवन में संचालित फर्जी एडवाईजरी एजेंसी बिना सक्षम स्वीकृति के आम जनता को निवेश आदि के नाम पर खुलेआम ठगी कर रही है और इसके संचालक गोलू मोलू इस ठगी की डगर पर ठगी का बिना कोई नामो निशान छोड़े शांत रहकर बिना किसी अगर-मगर के सनन भनन रूप से भाग रहे है और काली कमाई के इस गोरखधंधे में पुलिस नीलगंगा भी भ्रष्टाचार की बहती गंगा में हाथ धोने से पीछे नहीं है। दबी जुबान में लोग बताते है कि बीते माह पुलिस नीलगंगा ने इस फर्जी एडवाईजरी पर छापा भी मारा था परंतु नगर निगम एक पूर्व जनप्रतिनिधि की इमारत में संचालित इस एडवाईजरी के काले कारनामों को इस पूर्व जनप्रतिनिधि ने छापे की कलाली में दलाली करते हुए दबा दिया और दोषियों को बचा लिया।
मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से एडवाईजरी माफिया के सफाये का इंतजार
शारदा चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का नाम आने की बात से सभी वाकीफ है। इसी तरह मध्यप्रदेश में कहीं फर्जी एडवाईजरी को संरक्षण देने में प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री का नाम न आ जावें, ऐसे भी जनचर्चे हो रहे है। इसका सीधा कारण है कि मुख्यमंत्री यदि खनन, भू सहित अन्य माफियाओं को समूल नष्ट कर रहे है तो फर्जी एडवाईजरी के मामले में मौन क्यों है ? यह शंकाओं को जन्म दे रहा है।
अवंतिका के युवराज परिवार मीडियाकर्मी बंधुओं के साथ मिलकर मुख्यमंत्री व गृह मंत्री को उज्जैन आने पर इस तथ्य से अवगत कराते हुए फर्जी एडवाईजरी माफिया के सफाये की मांग करेगा। और अगले अंक में करेंगे और भी बड़ा खुलासा