महाकालेश्वर मंदिर समिति को सख्त रवैया अपनाना होगा
उज्जैन, महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ दर्शन कराने, विशेषकर भस्म आरती को लेकर लगातार धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ती जा रही है, 28 जनवरी को राजस्थान के श्रद्धालुओं से 4300/-भस्म आरती में दर्शन कराने के नाम पर लिए गए , श्रद्धालु ने लिखित में नामजद शिकायत की है।
28 जनवरी को राजस्थान के जयपुर जिले की झोटवाड़ा निवासी ईशा शर्मा अपने परिजनों के साथ महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आई थी जहां इनको भस्म आरती में दर्शन कराने के लिए शिव शर्मा पंडित ने प्रलोभन दिया, बदले में उस समय पैसे की मांग नहीं की गई और सिर्फ आधार कार्ड ले लिया गया लेकिन रात को 2 बजे भस्म आरती करने पहुंचे श्रद्धालु ईशा शर्मा और परिजन, तब शिव शर्मा द्वारा उनसे 4300 रुपए भस्म आरती के दर्शन हेतु ले लिए गए, बावजूद भस्म आरती के दर्शन और अभिषेक भी ठीक से नहीं हो पाए, इस पर श्रद्धालु द्वारा आपत्ति ली गई और शिकायत महाकाल प्रशासक तक पहुंच गई ,जिसके चलते श्रद्धालुओं को 2100 लौटा दिए गए।
इस मामले में महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा लिखित में शिकायत करने पर आरोपी के खिलाफ महाकाल थाने में f.i.r. करवाई गई है , इससे पहले महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन को लेकर हो रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए बहुत जल्द बड़े बदलाव किए जाने के संकेत दिए हैं उन्होंने भरोसा जताया है कि आने वाले दिनों में महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन को लेकर भ्रष्टाचार पर बहुत हद तक लगाम लग सके, इस प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली हम लागू करने वाले हैं।
महाकाल थाना प्रभारी मुनिद्र गौतम ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन को लेकर जयपुर के श्रद्धालुओं के साथ पैसे का लेन देन करके धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है, महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक द्वारा शिकायत भेजी गई थी जिस पर आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत एफ आई आर की गई है आरोपी की तलाश जारी है।
बहर हाल महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन को लेकर एक दिन के अंतराल में यह दूसरी घटना है शुक्रवार को महाकालेश्वर मंदिर में महाराष्ट्र से आए 40 श्रद्धालुओं को भस्म आरती में जाने से यह कहकर रोक दिया था कि हाल में जगह नहीं है जबकि महाकालेश्वर मंदिर के भस्म आरती हाल की बैठक व्यवस्था के हिसाब से भस्म आरती परमिशन जारी की जाती है लेकिन 40 लोगों को भस्म आरती में जाने से रोक देना वह भी परमिशन लेने के बाद, मंदिर में बड़ा भ्रष्टाचार की और संकेत दे रहा है लेकिन महाकालेश्वर मंदिर के अधिकारी इस संबंध में कुछ बोलने को तैयार नहीं है,वहीं 1 दिन बाद ही यह दूसरा मामला है जिसमें बाहर से आए श्रद्धालुओं को भस्म आरती के दर्शन कराने की अवज में लूट की गई, महाकालेश्वर मंदिर समिति एवं महाकाल प्रशासक को इस संबंध में आवश्यक संज्ञान लेने की आवश्यकता है क्योंकि महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने बाहर से आने वाले श्रद्धालु इस तरह की लूट मारी की वजह से गलत संदेश लेकर जा रहे हैं और महाकालेश्वर मंदिर की छवि धूमिल हो रही है।